अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर ने बताया सच, गायब लग्जरी कारों का उगला राज़

पिछले तीन महीनो से कई लग्जरी कार के गायब होने की पुष्टि अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर प्रणब भट्टाचार्य ने की और बताया वह सिर्फ होंडा सिटी में उन्हें घुमाने की जिम्मेदारी थी। बाकी कारो को चलाने की अनुमति नहीं दी गई। ड्राइवर ने बताया कि कभी-कभी पार्थ चटर्जी उनसे मिलने आते थे और उनके घर में हाल ही में निलंबित हुए मंत्री को आते देखा था। भट्टाचार्य ने आगे बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस संबंध में पूछताछ की।
ड्राइवर ने कहा, "जब ईडी अधिकारी आए तो मैं वहां मौजूद था। उन्होंने मुझे अंदर बैठने के लिए कहा और मुझे इंतजार कराया। उन्होंने मेरा फोन लिया और अर्पिता के ठिकाने के बारे में पूछा।" उसने कहा कि ईडी अधिकारियों को अपना फोन नंबर दिया और उनसे मिलने जब भी बुलाया जायगा, वह जायगा।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने बताया चार लग्जरी कारें कोलकाता के डायमंड सिटी परिसर से गायब हैं। अर्पिता को फ्लैट से गिरफ्तार करने के बाद से कार गायब है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए अधिकारी लापता कारों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
22 जुलाई को ईडी ने 21.90 करोड़ रुपये नकद पार्थ चटर्जी का "करीबी सहयोगी" अर्पिता मुखर्जी के आवास से बरामद किए। 56 लाख रुपये विदेशी मुद्रा और 76 लाख रुपये का सोना भी जांच एजेंसी ने बरामद किए। पहली छापेमारी के कुछ ही दिन के बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के दूसरे अपार्टमेंट से 28.90 करोड़ रुपये नकद, 5 किलो से अधिक सोना और कई दस्तावेज बरामद किए।
पार्थ चटर्जी ग्रुप 'सी' और 'डी' कर्मचारियों, नौवीं-बारहवीं कक्षा के सहायक शिक्षकों और प्राथमिक शिक्षकों के कथित भर्ती घोटाले में शामिल हैं। बरामद राशि शिक्षक भर्ती घोटाले से अपराध की आय होने का संदेह है। 3 अगस्त तक पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि अर्पिता ने कबूल किया कि बरामद पैसे पार्थ चटर्जी के हैं और पैसे रखने के लिए उनके फ्लैट का इस्तेमाल किया गया। और ये भी कहा कि उस फ्लैट में इतनी बड़ी रकम है उन्हें अंदाजा भी नहीं था। पूछताछ के दौरान अर्पिता ने ईडी को बताया कि फ्लैट पर पार्थ चटर्जी आया करते थे और वही पैसो के बारे में जानते थे।
गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी और विपक्ष दोनों के दबाव के बाद पार्थ चटर्जी को निलंबित कर दिया। ईडी द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तारी के बाद उन्हें बंगाल मंत्रालय से भी हटा दिया गया।
हेमलता बिष्ट